भारत सरकार द्वारा किसानों के लाभ के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें से एक प्रमुख योजना पीएम कुसुम योजना (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) है। इस योजना के तहत सरकार सोलर सिंचाई पंप पर 90% तक की सब्सिडी प्रदान करती है, जिसका उद्देश्य किसानों को डीजल और बिजली पंपों के बजाय सौर ऊर्जा आधारित पंपों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है। यदि आप भी इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम आपको PM Kusum Yojana की विस्तृत जानकारी और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जानकारी प्रदान करेंगे।
पीएम कुसुम योजना क्या है
PM Kusum Yojana (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों को ऊर्जा की उपलब्धता में सुधार करना, उनकी आय बढ़ाना, और सौर ऊर्जा के माध्यम से टिकाऊ कृषि प्रथाओं को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत, सरकार सोलर पंप और नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियों की स्थापना को बढ़ावा देती है, जिससे कृषि में सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ सके और बिजली या डीजल जैसे पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम हो सके। यह योजना किसानों को सिंचाई के लिए विश्वसनीय ऊर्जा स्रोत प्रदान करने, उनकी उत्पादकता बढ़ाने, और लागत में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
मुख्य तथ्य पीएम कुसुम योजना 2024
योजना का नाम | पीएम कुसुम योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | केंद्र सरकार द्वारा |
लाभार्थी | भारत के किसान |
योजना आरम्भ | 2019 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
पीएम कुसुम योजना उद्देश्य | डीजल और बिजली जगह सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा में परिवर्तित करना |
पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य
PM Kusum Yojana का मुख्य उद्देश्य किसानों के लिए ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करना, उनकी आय में वृद्धि करना, और कृषि में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है। यह योजना भारत में टिकाऊ कृषि और नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके माध्यम से, न केवल किसानों की ऊर्जा लागत को कम करके और उन्हें अतिरिक्त आय के अवसर प्रदान करके उनकी आजीविका में सुधार किया जा रहा है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
पात्रता मापतण्ड
- आवेदक भारत का निवासी होना चाहिए।
- योजना के तहत 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट की क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- प्रति मेगावाट के लिए आवेदक के पास लगभग दो हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए।
- आवेदक अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट तक की क्षमता या वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता के लिए आवेदन कर सकता है।
पीएम कुसुम योजना के लाभ
- किसानों को डीजल और बिजली पंपों को स्टैंडअलोन सोलर पंप से बदलकर, विश्वसनीय सिंचाई सुनिश्चित करना और परिचालन लागत को कम करना।
- पारंपरिक बिजली ग्रिड पर निर्भरता घटाने के लिए, मौजूदा ग्रिड से जुड़े सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा में परिवर्तित करना।
- किसानों को बंजर या परती भूमि पर छोटे सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना, जिससे वे अतिरिक्त सौर ऊर्जा उत्पन्न कर ग्रिड को बेच सकें।
- पीएम कुसुम योजना के तहत, सोलर पंप लगाने पर सरकार द्वारा 90% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
जरुरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- ऑथराइजेशन लेटर
- बैंक पासबुक
- पहचान पत्र
- जमीन जमाबंदी की कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी नेटवर्थ सर्टिफिकेट
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर और अन्य आवश्यक दस्तावेज
पीएम कुसुम योजना कॉम्पोनेन्ट A
पीएम कुसुम योजना का कॉम्पोनेंट A किसानों की बंजर या परती भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए है। इसके तहत किसान सहकारी समितियाँ, पंचायतें, किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), और जल उपयोगकर्ता संघ (डब्ल्यूयूए) 2 मेगावाट तक की क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर सकते हैं। इन संयंत्रों से उत्पन्न बिजली को निश्चित दरों पर वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को बेचा जा सकता है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय प्राप्त होगी।
PM Kusum Yojana किसानों को अधिक कमाई का अवसर प्रदान करती है, साथ ही स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देकर प्रदूषण को कम करती है। सरकार इन सौर ऊर्जा संयंत्रों को स्थापित करने के लिए सब्सिडी सहित वित्तीय सहायता भी प्रदान करती है, जिससे यह योजना किसानों के लिए एक लाभकारी और आकर्षक विकल्प बन जाती है।
पीएम कुसुम योजना कॉम्पोनेन्ट B
PM Kusum Yojana का कॉम्पोनेंट B सौर ऊर्जा से संचालित कृषि पंप स्थापित करने पर केंद्रित है। इसका मुख्य उद्देश्य डीजल पंपों को सोलर पंपों से बदलना, डीजल के उपयोग को कम करना, और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना है। यह घटक विशेष रूप से उन किसानों की मदद करता है जिनके पास ग्रिड से जुड़ी सिंचाई की सुविधा नहीं है, खासकर दूरदराज और ऑफ-ग्रिड क्षेत्रों में।
इस योजना में 0.5 एचपी से 7.5 एचपी तक के सोलर पंप शामिल हैं, जो खेती की विभिन्न जरूरतों को पूरा करते हैं। सरकार सब्सिडी के माध्यम से पंप की लागत का 60% तक वहन करती है, जिससे किसानों को प्रमुख वित्तीय सहायता मिलती है। किसानों को केवल 10% का भुगतान करना होगा, जबकि शेष 30% बैंक ऋण के रूप में लिया जा सकता है। ये सोलर पंप नदियों, तालाबों, या कुओं से पानी खींच सकते हैं, जिससे डीजल की लागत के बिना फसलों के लिए स्थिर जल आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
पीएम कुसुम योजना कॉम्पोनेन्ट C
PM Kusum Yojana का कॉम्पोनेन्ट C मौजूदा बिजली वाले पंपों को सौर ऊर्जा में परिवर्तित करने पर केंद्रित है। इसका मुख्य उद्देश्य बिजली ग्रिड पर दबाव को कम करना और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है। यह घटक उन किसानों
के लिए है जो पहले से ग्रिड से जुड़े पंपों का उपयोग कर रहे हैं और उन्हें एक टिकाऊ और सशक्त ऊर्जा स्रोत प्रदान करता है। किसान सोलर पैनल लगाकर अपने वर्तमान पंपों को सौर ऊर्जा से चला सकते हैं, जिसे सिंचाई के लिए उपयोग किया जाएगा।
सरकार इस प्रक्रिया के लिए substantial वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे बिजली के बिल में कमी आती है और अतिरिक्त ऊर्जा बेचकर किसानों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है। इस प्रकार, कॉम्पोनेन्ट C किसानों के लिए एक सरल और पर्यावरण-मित्र समाधान प्रस्तुत करता है, जो सिंचाई की आवश्यकता को पूरा करने के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी योगदान करता है।
पीएम कुसुम योजना ऑनलाइन किसान पंजीकरण
स्टेप 1: पीएम कुसुम योजना के तहत ऑनलाइन किसान पंजीकरण के लिए सबसे पहले आपको पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
स्टेप 2: इसके बाद, वेबसाइट के होम पेज़ पर आपको “LOAN APPLICATION INTEREST FORM FOR SETTING UP SOLAR PLANT UNDER PM-KUSUM COMPONENT-A” का विकल्प दिखाई देगा, जिस पर आपको क्लिक करना होगा।
स्टेप 3: क्लिक करने के बाद पीएम कुसुम योजना का आवेदन फॉर्म आपके सामने खुल जाएगा। इसमें आपसे मांगी गई जानकारी जैसे नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर आदि को ध्यानपूर्वक भरें।
स्टेप 4: फॉर्म भरने के बाद, नीचे आपको दस्तावेज़ अपलोड करने का विकल्प मिलेगा। यहां अपने सभी दस्तावेज़ अपलोड करें और फिर फॉर्म सबमिट करें।
स्टेप 5: फॉर्म सबमिट करने के बाद, आपके आवेदन की जांच की जाएगी और जमीन का भौतिक परीक्षण किया जाएगा। जमीन के परीक्षण के बाद, आपको योजना के लाभ प्राप्त होने लगेंगे।
पीएम कुसुम योजना प्राइस लिस्ट 2024
स्टेप 1: पीएम कुसुम योजना की प्राइस लिस्ट देखने के लिए सबसे पहले आपको पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
स्टेप 2: इसके बाद, वेबसाइट के होम पेज़ पर “Public Information” का विकल्प दिखाई देगा, जिस पर आपको क्लिक करना होगा।
स्टेप 3: क्लिक करने के बाद, आपको कुछ और विकल्प दिखेंगे। इनमें से “State Wise Vendor List and Rate Card” पर क्लिक करें।
स्टेप 4: इसके बाद, एक नया पेज खुल जाएगा जिसमें आपको “Select State,” “Pump Capacity,” “Pump Type,” “Pump Sub Type,” “Pump Category,” “Controller Type” आदि विकल्प दिखाई देंगे। इन विकल्पों के माध्यम से आप अपनी राज्य और श्रेणी के अनुसार रेट लिस्ट देख सकते हैं।
मेगा वाट | प्राइस लिस्ट |
0.5 मेगावाट | ₹ 2500 + जीएसटी |
1 मेगावाट | ₹5000 + जीएसटी |
1.5 मेगावाट | ₹7500 + जीएसटी |
2 मेगावाट | ₹10000 + जीएसटी |
सम्पर्क विवरण
- नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय
- अटल अक्षय ऊर्जा भवन,
- सीजीओ कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड,
- नई दिल्ली – 110 003, भारत।
- ई-मेल: pmkusum-mnre[at]gov[dot]in
- फ़ोन: 1800-180-3333 (टोल-फ्री)
पूछे जाने वाले प्रश्न
1.PM Kusum Yojana क्या है?
PM Kusum Yojana एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य किसानों को सोलर पंप स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जिससे डीजल और बिजली पंपों की जगह सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा सके।
2.इस योजना के तहत किसानों को कितनी सब्सिडी मिलती है?
इस योजना के तहत किसानों को सोलर पंप लगाने पर 90% तक की सब्सिडी मिलती है।
3.PM Kusum Yojana के कौन-कौन से घटक हैं?
इस योजना के तीन मुख्य घटक हैं: सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना (Component A), सौर ऊर्जा से संचालित कृषि पंप (Component B), और मौजूदा बिजली पंपों को सौर ऊर्जा में परिवर्तित करना (Component C)।
4.किसान इस योजना के तहत आवेदन कैसे कर सकते हैं?
किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जिसमें पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवश्यक जानकारी भरनी होगी।
5.इस योजना के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?
आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पहचान पत्र, जमीन जमाबंदी की कॉपी, पासपोर्ट साइज फोटो, और चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी नेटवर्थ सर्टिफिकेट आवश्यक दस्तावेज़ हैं।
6.क्या इस योजना का लाभ सभी किसानों को मिलता है?
हां, इस योजना का लाभ भारत के सभी योग्य किसानों को मिल सकता है, जिनके पास आवश्यक भूमि और दस्तावेज़ हैं।
7.सोलर पंप लगाने के लिए कितनी जमीन की आवश्यकता होती है?
प्रति मेगावाट के लिए लगभग दो हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होती है।
8.क्या योजना के तहत सोलर पंपों की कोई प्राइस लिस्ट उपलब्ध है?
हां, योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर सोलर पंपों की प्राइस लिस्ट उपलब्ध है।
9.सोलर पंपों की क्षमता कितनी हो सकती है?
सोलर पंपों की क्षमता 0.5 एचपी से 7.5 एचपी तक हो सकती है, और सौर ऊर्जा संयंत्र 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक हो सकते हैं।
10.फॉर्म भरने के बाद क्या करना होगा?
फॉर्म भरने के बाद, आपको दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे और फॉर्म को सबमिट करना होगा।
11.क्या योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन है?
हां, पंजीकरण प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर की जा सकती है।
12.क्या किसानों को वित्तीय सहायता के अलावा अन्य लाभ भी मिलते हैं?
हां, सब्सिडी के अलावा किसानों को सोलर पंपों के माध्यम से लंबे समय में ऊर्जा लागत में कमी और अतिरिक्त आय का लाभ भी मिलता है।
13.इस योजना के अंतर्गत सोलर पंप कैसे खरीदें?
योजना के तहत सोलर पंप खरीदने के लिए आपको अपने राज्य में नामित विक्रेता से संपर्क करना होगा, जो प्राइस लिस्ट और अन्य विवरण प्रदान करेगा।
14.क्या सब्सिडी के लिए कोई आवेदन शुल्क है?
योजना के तहत सब्सिडी के लिए कोई आवेदन शुल्क नहीं है, लेकिन किसानों को अपनी हिस्सेदारी के रूप में कुछ राशि का भुगतान करना पड़ सकता है।
15.सोलर पंप स्थापित करने के लिए कितनी लागत आती है?
सोलर पंप की लागत पंप की क्षमता और अन्य विशेषताओं के आधार पर भिन्न हो सकती है, लेकिन सरकार 90% तक की सब्सिडी प्रदान करती है।
16.क्या इस योजना का लाभ पाने के लिए किसी विशेष क्षेत्र या राज्य में निवास जरूरी है?
इस योजना का लाभ सभी भारतीय राज्यों के किसानों को मिल सकता है, बशर्ते वे योजना की पात्रता मानदंडों को पूरा करें।
17.क्या योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि है?
आवेदन की अंतिम तिथि पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार होती है, जिसे समय-समय पर अपडेट किया जा सकता है।
18.क्या किसानों को सोलर पंपों के लिए कोई प्रशिक्षण प्राप्त होता है?
हां, योजना के तहत किसानों को सोलर पंपों की स्थापना और उपयोग के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जा सकता है।
19.यदि आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो सोलर पंप कब तक स्थापित किया जाएगा?
आवेदन की स्वीकृति और सोलर पंप की स्थापना का समय स्थानीय विक्रेता और इंस्टॉलर पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यतः यह प्रक्रिया कुछ महीनों में पूरी होती है।
20.अगर आवेदन में कोई समस्या आती है, तो किससे संपर्क करें?
अगर आवेदन में कोई समस्या आती है, तो आप पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए संपर्क विवरण के माध्यम से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।